42 lakh notes rotted in the bank! अधिकारियों पर गिरी गाज, जानें कैसे हुई इतनी बड़ी चूक
42 lakh notes rotted in the bank: उत्तर प्रदेश के कानपुर से एक ऐसा मामला सामने आया है,
जिसे सुनकर आप भी हैरान रह जाएंगे. बताया जा रहा है कि कानपुर के पांडू नगर स्थित
पंजाब नेशनल बैंक (PNB) में ऐसी बड़ी लापरवाही बरती गई, जिससे लाखों का नुकसान हो गया.
जानकारी के मुताबिक, करंसी चेस्ट में रखे गए करीब 42 लाख रुपये के नोट रखे-रखे सड़ गए हैं.
इसका संज्ञान लेते हुए बैंक के चार अधिकारियों पर सस्पेंशन की तलवार चल गई है.
वहीं, 2-3 दिन पहले उनकी जगह नए अधिकारियों और कर्मचारियों की तैनाती भी कर दी गई है.
तीन महीने से दिख रही थी लापरवाही
आपको बता दें कि पंजाब नेशनल बैंक के करेंसी चेस्ट में 42 लाख रुपये के नोट पानी में भीग कर सड़ गए हैं.
ये नोट लोहे के बॉक्स में चेस्ट की जमीन पर रखे हुए थे. बारिश का पानी पाइप के जरिए
अंदर आने से लागातार इन नोटों को भिगो रहा था. धीरे-धीरे ये नोट गलते और सड़ गए,
लेकिन किसी अधिकारी का इसपर ध्यान नहीं गया. यह मामला भी ताजा नहीं है,
बल्कि तीन महीने पुराना है. बड़ी बात तो यह है कि बैंक अफसर तीन महीने से इस मामले को दबाकर रखे थे.
हालांकि, जब ऑडिट हुआ तो मामले से पर्दा हटा और अधिकारियों की पोल खुल गई.
सवालों का सही जवाब भी नहीं दे सके अधिकारी
जिन अधिकारियों को चेस्ट की जिम्मेदारी दी गई थी, उनसे सवाल किए गए.
हालांकि, वह एक भी सवाल का स्पष्ट जवाब देने में असमर्थ दिखए. इसके बाद,
बैंक मैनेजमेंट ने चेस्ट में रकम की कमी का हवाला देकर चारों अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया.
किसी भी बैंक में यह अपनी तरह का अकेला अजीबो-गरीब मामला होगा. बैंक अफसर इस बात पर कुछ बोलने को भी राजी नहीं हैं.
नोटों की वैल्यू जीरो काउंट कर अधिकारियों को किया गया निलंबित
वहीं, तीन दिन पहले चेस्ट रूम का चार्ज संभालने वाले पवन चोपड़ा ने बताया कि RBI के इन्सपेक्शन के दौरान
नोटों में गड़बड़ियां पाई गई थीं. इन्हें नोटों की शॉर्टेज नहीं कहा जा सतका,
बल्कि पानी की वजह से ये नोट खराब हो गए थे. ऐसे में सभी नोटों को जीरो वैल्यू बना दिया गया
और शॉर्टेज का हवाला देते हुए लापरवाह अफसरों को सस्पेंड कर दिया गया है.
वहीं, चेस्ट में पाइप के जरिए पानी आ जाना और किसी का भी उसपर ध्यान न जाना बड़ी लापरवाही कहा जा सकता है.
चेस्ट के जिम्मेदार चारों अफसरों सस्पेंड हो गए हैं और उनकी जगह पर नए अफसरों को तैनाती मिली है.