little joke करने पर दोस्त ने कर दी हत्या, बहन के लिए रिश्ता देखकर लौटा था भाई
बिहार के सिवान में मजाक (little joke) करने पर एक दोस्त ने दोस्त की चाकू से गोदकर हत्या कर दी।
अनुमंडल मुख्यालय स्थित रेलवे ढाला के पास बुधवार की रात मामूली सी बात(little joke) को लेकर आदित्य की
चाकू घोंप कर हत्या कर दी गई। हत्या के बाद स्वजनों में कोहराम मच गया। राजू अपने घर का कमाउ सदस्य था
और वह चार बहनों में इकलौता भाई था। वह हलवाई का काम करता था और अन्य दिनों में पिता के साथ ठेला पर
जरती माई मंदिर परिसर में पूजा सामग्री की बिक्री करता था। उसकी एक बहन की शादी हो चुकी है।
दूसरी की शादी करने की तैयार में वह था। बहन की शादी के लिए
वह बुधवार को रिश्ता देखने अपने स्वजनों के साथ गया था।
वहां से लौटने के बाद शाम में अपने दोस्तों संग रेलवे ढाला समीप बातचीत के क्रम में आंबेडकर नगर निवासी राजू राम
संग उसका मजाक करना इतना खतरनाक हो गया कि राजू ने पास में रखे चाकू से उसके सीने पर वार कर दिया और
उसकी हत्या कर दी। बता दें कि आदित्य की शादी छह साल पूर्व हुई थी। उसे दो पुत्री व एक पुत्र हैं।
वहीं पुलिस ने मामले में आरोपित के घर के दो सदस्यों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
पिता के बयान पर हत्या की प्राथमिकी
मृत आदित्य के पिता मनन साह के आवेदन पर पुरानी बाजार आंबेडकर नगर निवासी संजय राम के विरुद्ध हत्या
की प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस आरोपित की गिरफ्तारी के लिए संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी शुरू कर दी है।
थानाध्यक्ष रणधीर कुमार ने बताया कि घटना के बाद ही पुलिसने छापेमारी की, लेकिन आरोपित फरार हो चुका था।
उसके परिवार के दो सदस्य को हिरासत में लाकर थाना में पूछताछ
की जा रही है। शीघ्र ही आरोपित को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
हत्या के विरोध में ग्रामीणों ने की मांझी-बरौली मुख्य पथ जाम
पोस्टमार्टम कराने के बाद पुलिस ने आदित्य का शव का शव स्वजनों को सौंप दिया। गुरुवार की अल सुबह पोस्टमार्टम के
बाद शव जैसे ही घर पर लाया गया स्वजनों के चीत्कार से माहौल गमगीन हो गया। घटना से आक्रोशित ग्रामीण रेलवे
ढाला के पास मांझी-बरौली पथ पर शव रख सड़क जाम कर दिए तथा डीएम-एसपी को बुलाने, बदमाशों के विरुद्ध
कार्रवाई तथा मृतक के स्वजन को मुआवजा दिलाने की मांग करने लगे।
इस दौरान सड़क से किसी भी यात्री को आने-जाने नहीं दिय जा रहा था। इस दौरान ईओ ने स्वजनों को कबीर अंत्येष्टि के
तहत तीन हजार रुपये नकद प्रदान किए। वहीं पारिवारिक लाभ
योजना के तहत 20 हजार रुपये शीघ्र दिलाने का भरोसा दिलाया।
स्वजनों का रो-रोकर बुरा हाल
आदित्य की मौत के बाद स्वजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। उसकी पत्नी दिलु देवी बार-बार बेहोश हो जा रही थी।
आसपास की महिलाएं उसे किसी तरह संभाल रहीं थी। वहीं मां गायत्री देवी, पिता मनन साह का भी रो-रोकर बुरा हाल
था। लोग स्वजनों को ढाढ़स बंधा रहे थे। मृतक को दो पुत्री क्रमश: लाडो, सोना तथा एक पुत्र आर्यन कुमार है।
सभी पिता के शव को देख रो रहे थे। स्वजनों के चीत्कार से वहां उपस्थित लोगों की आंखें नम हो जा रही थी।
आदित्य की मौत से घर का बुझा चिराग
आदित्य चार बहनों के बीच इकलौता भाई था। उसकी मौत से घर का चिराग बूझ गया। स्वजनों के अनुसार उसकी मां
की मौत पूर्व में ही हो गई थी। आदित्य को लोग पंचदेव व डोमा के नाम से पुकारते थे।
घटनास्थल पर अवैध शराब की होती है बिक्री
घटनास्थल पर प्रतिदिन अवैध शराब की बिक्री होती है। वहां प्रतिदिन काफी संख्या में शरारती तत्वों का जमावड़ा लगा
रहता है। अवैध रूप से मीट की भी बिक्री होती है। इससे लोगों में हमेशा घटना का भय बना रहता है।
पुलिस को इस बात की जानकारी होने के बाद भी वह कार्रवाई नहीं करती है। इससे लोगों में रोष था।