Justice: बेटों ने मां को किया अलग,उपजिलाधिकारी ने दिलाया भरण-पोषण का हक
Justice: कुशीनगर जनपद के खड्डा तहसील क्षेत्र के ग्राम नौगावा में पुत्रों द्वारा तिरस्कृत अकेली रह रही वृद्ध महिला को देख मर्माहत हुए उपजिलाधिकारी खड्डा ऋषभ पुण्डीर।
भरण पोषण एवं कल्याण अधिनियम 2007 के तहत मुकदमा दर्ज कर आदेश किया पारित।परिवारजनों से मासिक भत्ता दिलाकर किया मदद।
तहसील खड्डा में मदद की लगाई थी गुहार
बताते चलें कि खड्डा तहसील क्षेत्र के ग्राम नौगांवा में आवेदिका शारदा देवी पत्नी स्वर्गीय राम दुलार ने तहसील खड्डा में मदद की गुहार लगाई गई थी।
सूचना मिलने पर एस.डी.एम. खड्डा ने देर रात ही कि वृद्ध महिला से घर जाकर मुलाकात किया अगले दिन एस.डी.एम. नेअपने न्यायालय में भरण पोषण एवं कल्याण अधिनियम 2007 की धारा 7(1) के तहत मुकदमा दर्ज कर किया। तथा वृद्ध महिला के पुत्र उमेश को न्यायालय में तलब किया।.
जीवन निर्वाह के लिए कुछ मदद चाहती थी
सनद रहे कि बेसहारा महिला के पति की मृत्यु 2005 में हो गई थी जिसके बाद से वह अपने बड़े बेटे रामनिवास के हिस्से वाले जमीन में बने मकान में रहती थी, महिला की शिकायत थी
रामनिवास ने अपने हिस्से की कुछ जमीन बेच दी है और ज्यादातर गोरखपुर में रहता है कभी-कभी ही घर पर आता है और छोटा बेटा उमेश जीवन यापन में कोई मदद नहीं करता है।
पिड़ित शारदा देवी की मांग थी कि वह बड़े बेटे के सहारे रहना चाहती हैं और छोटे बेटे उमेश से जीवन निर्वाह के लिए कुछ मदद चाहती हैं.
एस.डी.एम. के न्यायालय में मामला दर्ज होने के बाद दोनों बेटो को तहसील में वुलाए, बड़े बेटे रामशंकर ने अपने हिस्से वाली जमीन में माता को एक कमरा और खाने पीने का राशन व पंखा और बिजली इत्यादि की व्यवस्था सुनिश्चित कराई, छोटे पुत्र उमेश के द्वारा अपने खेत का कुछ हिस्सा श्रीमती शारदा देवी को जीवन यापन के लिए दे दिया गया ।
दोनों पुत्रों द्वारा सहमति से आश्वासन दिया गया कि वे दोनों प्रतिमाह ₹1000 अपनी माता के आर्थिक मदद और दवा आदि का खर्च के लिए देंगे यदि उनके इलाज व दवा का खर्च इससे ज्यादा होता है तो दोनों पुत्र आधा-आधा बाट कर देगे।इस आधार पर तीनों के हस्ताक्षर में अंगूठे के निशान के साथ एक लिखित सुलह नामा न्यायालय में दाखिल किया।
जिसके आधार पर उप जिला अधिकारी के द्वारा निर्णय पारित कर दिया गया।.महिला के पुत्र उमेश के द्वारा न्यायालय में उपस्थित होकर बयान दिया गया कि वह इस निर्णय से पूर्णतया प्रतिबद्ध रहेगा और अपनी बुद्धि मन की सेवा व दवा, इलाज इत्यादि के लिए आर्थिक सहायता करेगा.
एसडीएम के इस निर्णय की चर्चा चारों तरफ व्याप्त
तदपश्चातएसडीएम के निर्देश पर नायब तहसीलदार अभिषेक कुमार के द्वारा महिला के निवास स्थान पर जाकर सभी व्यवस्थाओं का जायजा लिया तथा इस महीने के जीवन यापन हेतु आर्थिक सहायता को दिलाया ।एस डी एम के इस निर्णय की चर्चा चारों तरफ व्याप्त है।