Big preparation of Yogi government:यूपी के युवाओं को लेकर योगी सरकार की बड़ी तैयारी, एविएशन, सोलर एनर्जी और ड्रोन की मिलेगी ट्रेनिंग
Big preparation of Yogi government:यूपी के युवाओं को लेकर योगी सरकार बड़ी तैयारी में है।
युवाओं के स्किल को अब इंडस्ट्री की मौजूदा डिमांड के मुताबिक विकसित किया जाएगा।
योगी सरकार प्रदेश के विभिन्न पॉलिटेक्निक और आईटीआई संस्थानों से शिक्षा ग्रहण कर रहे युवाओं को प्रशिक्षण
निदेशालय की ओर से चलाये जा रहे ड्यूअल सिस्टम ऑफ ट्रेनिंग (डीएसटी) के तहत इंडस्ट्री ट्रेनिंग दिला रही है।
इसके तहत अब एविएशन और ड्रोन टेक्नॉलॉजी की भी इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग युवाओं को दी जाएगी।
इसके अलावा तेजी से उभरते सोलर एनर्जी सेक्टर में भी कुशल मैन पॉवर पैदा करने पर पूरा जोर होगा।
एविएशन क्षेत्र में बढ़ेगी डिमांड
प्रदेश के सभी मंडलों के बीच एयर कनेक्टविटी होने के बाद बड़े पैमाने पर एविएशन सेक्टर में स्किल्ड युवाओं की जरूरत
होगी। इसे लेकर योगी सरकार की तैयारी तेज गति से आगे बढ़ रही है।
यूपी के कौशल मिशन विभाग ने केंद्र सरकार के प्रशिक्षण निदेशालय के ड्यूअल सिस्टम ऑफ ट्रेनिंग प्रोग्राम के तहत
एयरोस्पेस एंड एविएशन सेक्टर में ‘रिमोटली पॉयलेटेड एयरक्राफ्ट
एंड ड्रोन सिस्टम’ ट्रेड के लिए 6 माह की इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग का कार्यक्रम तैयार किया है।
ड्रोन तकनीक कौशल में पारंगत बनाए जाएंगे युवा
सरकार का जोर ड्रोन तकनीक के क्षेत्र में बड़े पैमाने पर स्किल्ड युवाओं की फौज तैयार करने पर है।
कृषि क्षेत्र से लेकर जीओ मैपिंग, ट्रैकिंग, फिल्म मेकिंग आदि सेक्टर में ड्रोन टेक्नॉलॉजी आने वाले समय में काफी हाई
डिमांडिंग जॉब की श्रेणी में आने वाला है। ऐसे में सरकार चाहती है कि प्रदेश के युवाओं को ड्रोन टेक्नॉलॉजी से जुड़ी
बारीक जानकारी देकर उनके कौशल को विकसित किया जाए। इससे इस सेक्टर में युवा अपना भविष्य संवार सकें।
साथ ही सोलर एनर्जी के क्षेत्र में पूरी दुनिया में रोजगार की प्रबल संभावना है।
आने वाले समय में अक्षय ऊर्जा के इस स्रोत पर आधारित उद्योग दुनियाभर में रोजगार के नये द्वार खोलेंगे।
लोकल से लेकर ग्लोबल इंडस्ट्री तक के लिए तैयार हो रहे युवा
कौशल विकास के मिशन निदेशक आंद्रा वमशी कहते हैं-हमारा लक्ष्य युवाओं को न सिर्फ देश और विदेश की बड़ी
इंडस्ट्री के हिसाब से तैयार करने का है, बल्कि स्थानीय स्तर के उद्योगों की डिमांड को भी वरीयता दी जा रही है।
इसके लिए डिस्ट्रिक्ट को-ऑर्डिनेशन कमेटी से सलाह मशविरा कर उनके यहां की जरूरतों के हिसाब से युवाओं के
स्किल को विकसित किया जा रहा है। इससे स्वरोजगार को बढ़ावा तो मिलेगा ही, साथ ही साथ विभिन्न औद्योगिक
सेक्टर की बड़ी कंपनियों में स्किल्ड वर्कर की जरूरत को भी पूरा किया जा सकेगा।
इन सेक्टर में स्किल बनाए जा रहे हैं युवा
फिलहाल उत्तर प्रदेश में कृषि, होम फर्नीशिंग, ऑटोमोबाइल, ब्यूटी कल्चर, हेयर ड्रेसिंग, कंस्ट्रक्शन, इलेक्ट्रिकल,
इलेक्ट्रॉनिक्स, फैब्रिकेशन, फूड प्रॉसेसिंग, फर्नीचर एंड फिटिंग, गार्मेंट मेकिंग, ज्वैलरी मेकिंग, हैंडिक्राफ्ट, कार्पेट,
हेल्थकेयर, कंप्यूटर हार्डवेयर एवं सॉफ्टवेयर, सर्विलांस-कम्युनिकेशन, लेदर, प्लंबर, पॉवर, रिनीवल इनर्जी,
सिक्योरिटी, स्पोर्ट, टेलीकॉम, टेक्सटाइल और टूरिज्म सहित विभिन्न
सेक्टर में युवाओं को दक्ष बनाने के लिए तेजी से प्रयास हो रहा है।