रोहतास से आया घड़ियाल गंडक नदी में छोड़ा, घडियालों का सेफ जोन बना गंडक नदी
बगहा से प्रकाश राज कि रिपोर्ट:-
वाल्मीकि नगर से निकलने वाली गंडक नदी घड़ियालो के लिए सेफ जोन बनती जा रही है।
गंडक नदी को घड़ियालो के लिए इसे अच्छा वातावरण के रूप में देखा जा रहा है। यही कारण है कि रोहतास से पकड़े
गए भारी-भरकम घड़ियाल को वाल्मीकि टाइगर रिजर्व से होकर निकलने वाली गंडक नदी में शनिवार की सुबह एक
घड़ियाल को छोड़ा गया। यह घड़ियाल रोहतास के नासरीगंज के सोन नहर से वन विभाग द्वारा पकड़ा गया।
बेतिया डिवीजन के बगहा परीक्षेत्र वन पदाधिकारी सुनील कुमार ने बताया कि रोहतास के नासिरगंज धुस स्थित आरा
कैनाल से घड़ियाल को रेस्क्यू किया गया। जिसकी लंबाई 17 फीट है। आरा कैनाल बड़े घड़ियाल के लिए उपयुक्त नहीं है।
जिसे देखते हुए रोहतास से बेतिया डिवीजन को घड़ियाल सौंपा गया था। बेतिया डिवीजन से वरीय अधिकारियों के
देखरेख में घड़ियाल का स्वास्थ्य जांच करा कर धनहा स्थित गौतम बुद्ध सेतु पुल के पास घड़ियाल को छोड़ दिया गया है।
उन्होंने ने बताया कि घड़ियाल को नेचुरल हेबीटेट में को संरक्षित किया जाता है, वहां इस तरह डिवाइस लगाए जाते
हैं। इससे घड़ियालों की गिनती में आसानी होती है। साथ ही घड़ियाल की सारी गतिविधियों पर भी नजर रखा जाता है।
इस डिवाइस के माध्यम से घड़ियाल के एक एक क्रिया पर अध्ययन किया जाता है। इसके साथ ही घड़ियालों की गिनती में आसानी होती है।