Sahara के निवेशकों के अच्छे दिन! अमित शाह ने दी ये बड़ी खुशखबरी
Sahara ने अब तक लगभग 2.5 लाख छोटे निवेशकों को 241 करोड़ रुपये वापस कर दिए हैं। इन निवेशकों ने सहारा समूह की कंपनियों से जुड़ी चार सहकारी समितियों में निवेश किये थे।
आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल मार्च में सहारा-सेबी रिफंड खाते से 5,000 करोड़ रुपये सहकारी समितियों के केंद्रीय रजिस्ट्रार (सीआरसीएस) को ट्रांसफर करने का निर्देश दिया था।
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क्या कहा अमित शाह ने: सहकारिता मंत्रालय के मंत्री अमित शाह ने वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में 41,000 वर्ग फुट में फैले सीआरसीएस के नए कार्यालय का उद्घाटन करने के बाद एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मंत्रालय ने जुलाई 2021 में अपनी स्थापना के बाद से उल्लेखनीय काम किया है।
चार सहकारी समितियों के संकटग्रस्त निवेशकों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसी धारणा बन गई थी कि लोगों को उनका पैसा वापस नहीं मिलेगा।
अमित शाह ने कहा कि लगभग 1.5 करोड़ निवेशकों ने पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन कराया है। इस पोर्टल पर कुल मिलाकर 19,999 रुपये तक के दावे स्वीकार किए जा रहे हैं।
कितने हैं सहकारी समिति
सहकारिता मंत्रालय ने जुलाई 2023 में सहारा समूह की चार सहकारी समितियों- सहारा क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी, सहारायन यूनिवर्सल मल्टीपर्पज सोसाइटी, हमारा इंडिया क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी और स्टार्स मल्टीपर्पज कोऑपरेटिव सोसाइटी के जमाकर्ताओं से वैध दावे लेने के लिए एक पोर्टल शुरू किया था।
इकोनॉमी में सहकारी समितियों की बड़ी हिस्सेदारी
अमित शाह ने कहा- हमने तय कर लिया है कि 5 लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था में सहकारी समितियों की बड़ी हिस्सेदारी होगी और सहकारी क्षेत्र 19वीं सदी से सीधे 21वीं सदी में आगे बढ़ेगा।
शाह ने कहा कि सरकार ने सहकारी आंदोलन के विकास के लिए पिछले 30 महीनों में 60 प्रमुख पहल की हैं। सरकार ने जुलाई, 2021 में सहकारिता मंत्रालय का गठन किया।
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उन्होंने कहा कि सहकारिता आंदोलन को मजबूत करने के लिए सरकार ने बहु-राज्य सहकारी सोसायटी (एमएससीएस) अधिनियम में संशोधन किया है।
पैक्स (प्राथमिक कृषि ऋण समितियों) को मजबूत करने के लिए मॉडल उपनियम लाए गए हैं और पैक्स का कम्प्यूटरीकरण करने की योजना भी बनाई गई है। उन्होंने कहा कि 12,000 नई पैक्स समितियां बनाई जा चुकी हैं।