चाची ने भतीजे से शादी के बाद तोड़ी चुप्पी, पति को छोड़ने की बताई यह वजह
Love story: बिहार के जमुई जिले से एक चौंकाने वाला प्रेम प्रसंग सामने आया है, जिसने सामाजिक मर्यादाओं और पारिवारिक संबंधों की नींव को हिला कर रख दी।
यहां एक विवाहिता महिला ने अपने पति और मासूम बच्ची को छोड़ अपने ही रिश्ते के भतीजे से प्रेम विवाह कर लिया।
पटना के राजीव नगर की आयुषी कुमारी की शादी 2021 में पहले विशाल दुबे से हुई थी, जिनसे एक बेटी है।
दो साल पहले आयुषी की जिंदगी में गांव के युवक सचिन दुबे की एंट्री हुई, जो उसके पति का रिश्ते का भतीजा है।
दोनों के बीच प्रेम इतना परवान चढ़ा कि आखिरकार महिला ने अपनी गृहस्थी को ही तोड़ दिया।
पहले थाना और कोर्ट, फिर मंदिर और अंत में गांववालों का आक्रोश, इस प्रेम कहानी में तमाम सामाजिक और कानूनी मोड़ देखने को मिले।
आखिर में सचिन और आयुषी ने गांव के ही मंदिर में विशाल दुबे (पहले पति) के सामने शादी रचा ली।
शादीशुदा जीवन में भतीजे का तूफान
साल 2021 में आयुषी की शादी जमुई के टाउन थाना क्षेत्र के रहने वाले विशाल दुबे से हुई थी।
शुरुआती वर्षों में दोनों का वैवाहिक जीवन सामान्य रहा और उन्हें एक बेटी भी हुई।
लेकिन समय के साथ रिश्ते में दूरियां आने लगीं, जब दो साल पहले गांव के ही रिश्ते के भतीजे सचिन दुबे की एंट्री आयुषी की जिंदगी में हुई।
सोशल मीडिया पर बातचीत के दौरान दोनों करीब आए और ये रिश्ता धीरे-धीरे प्रेम में बदल गया।
हैरानी की बात ये रही कि सचिन, आयुषी के पति विशाल का भतीजा भी है।
दोनों के बीच घंटों बातें होती थीं और मिलने-जुलने का सिलसिला शुरू हो गया।
पति को हुआ शक, थाने पहुंचा मामला
पति विशाल दुबे को जब इस रिश्ते की भनक लगी, तो मामला महिला थाना तक जा पहुंचा। विशाल ने एक बार आयुषी और सचिन के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी।
थाने में बुलाकर दोनों से पूछताछ की गई और समझौते के बाद आयुषी घर लौट आई।
कुछ समय तक सब कुछ सामान्य लगा। लेकिन, रिश्ते की खाई भर नहीं पाई।
इसके बाद पति और प्रेमी के बीच लगातार विवाद और बहस शुरू हो गई।
आयुषी लगातार सचिन के साथ ही रहने की जिद करती रही, जिससे घरेलू कलह और बढ़ गया।
आखिरकार प्रेमी संग फरार हुई विवाहिता
आखिरकार 15 जून को आयुषी अपनी बेटी और पति को छोड़ सचिन के साथ घर से भाग निकली।
इस पर पति विशाल दुबे ने टाउन थाने में पत्नी के अपहरण की लिखित शिकायत दर्ज कराई।
उन्होंने आरोप लगाया कि सचिन ने हथियार के बल पर उनकी पत्नी को अगवा किया है।
पुलिस ने मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू की। दबाव बढ़ते ही कुछ दिन बाद सचिन और आयुषी ने अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया।
कोर्ट में दोनों का बयान लिया गया, जिसमें आयुषी ने स्पष्ट रूप से कहा कि वो अपनी मर्जी से सचिन के साथ रहना चाहती है।
कोर्ट से आते ही पति के सामने मंदिर में शादी
कोर्ट में बयान देने के बाद आयुषी और सचिन ने अपने गांव सिकरहीया लौटे। फिर घर-परिवारवालों के सामने गांव के ही शिव मंदिर में विवाह रचा लिया।
इस विवाह में आयुषी के पहले पति विशाल दुबे की मौजूदगी ने सबको हैरान कर दिया।
आयुषी ने विशाल पर मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना का आरोप भी लगाया और कोर्ट में तलाक की अर्जी दी।
दूसरी ओर, विशाल ने इन आरोपों को झूठा बताया और कहा कि उन्होंने पत्नी को स्वेच्छा से जाने दिया।
हालांकि, इस रिश्ते को लेकर गांव में तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिली।
कई ग्रामीणों ने इस विवाह को सामाजिक मर्यादाओं के खिलाफ बताया और खुले तौर पर इसका विरोध किया।
गांव छोड़ने को सोच रहा प्रेमी जोड़ा
ग्रामीणों के तीव्र विरोध और सामाजिक दबाव के कारण आखिरकार सचिन और आयुषी अब दूसरे ठिकाने की तलाश में हैं।
उनकी बेटी फिलहाल अपने पिता विशाल दुबे के पास ही है। टाउन थानाध्यक्ष अमरेंद्र कुमार ने बताया कि पहले अपहरण की शिकायत दर्ज की गई थी
लेकिन दोनों के कोर्ट में आत्मसमर्पण के बाद मामला निष्पादित हो गया है।
इस घटना ने न सिर्फ रिश्तों को, बल्कि समाज में स्वीकार्यता और व्यक्तिगत स्वतंत्रता के सवालों को भी फिर से बहस के केंद्र में ला खड़ा किया है।
जमुई की ये घटना प्रेम कहानी के साथ-साथ सामाजिक मर्यादा, पारिवारिक जिम्मेदारी और व्यक्तिगत स्वतंत्रता की टकराहट का उदाहरण बन चुकी है।
जहां कुछ लोग इसे अधिकारों की आजादी मानते हैं, वहीं अधिकांश ग्रामीण इसे संस्कारों और रिश्तों की मर्यादा के खिलाफ मानते हैं। ये मामला लंबे समय तक चर्चा में रहने वाला है।