Murder in Live-in Relationship:इस इलाके में खून से रंगा प्यार, लिवइन में रहने वाले बन रहे मुजरिम, छह को उतारा मौत
Murder in Live-in Relationship : प्रदेश के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र सिडकुल में लिव इन रिलेशनशिप का प्रचलन चरम पर है।
दूसरे प्रदेशों के हजारों पुरुष व महिलाकर्मी लिव इन में पति-पत्नी के तौर पर समय बिता रहे हैं।
हालांकि, इसे कानूनी मान्यता हासिल है, लेकिन समाज में इसके
दुष्परिणाम हत्या जैसे संगीन अपराधों के रूप में सामने आ रहे हैं।
महिला या पुरुष की हत्याओं के छह से ज्यादा मामले सामने आए
- आंकड़ों पर नजर डालें तो पिछले कुछ सालों में लिव इन रिलेशनशिप में रहने वाले महिला या पुरुष की हत्याओं के छह से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं।
- रोजगार की तलाश में अपना घर छोड़कर आने वाले सीधे-साधे और जरूरतमंद युवक-युवतियां लिव इन के रूप में आधुनिकता का लबादा ओढ़कर मुजरिम बन रहे हैं।
- सिडकुल क्षेत्र में एक हजार से अधिक छोटी-बड़ी इकाईयां स्थापित हैं।
- अगल-बगल में बहादराबाद, बेगमपुर आदि औद्योगिक क्षेत्रों को भी शामिल कर लिया जाए तो इनमें उत्तर प्रदेश, बिहार, हरियाणा, झारखंड, बंगाल, राजस्थान आदि राज्यों के डेढ़ लाख से ज्यादा श्रमिक काम करते हैं। इनमें पड़ोसी जिले बिजनौर से हजारों की संख्या में महिलाएं भी शामिल हैं।
लिव इन रिलेशनशिप का प्रचलन बहुत तेजी से बढ़ा
- औद्योगिकरण के चलते आस पास के गांवों में मकानों की किरायेदारी भी एक उद्योग का रूप ले चुका है।
- किराये के मकानों में मिलजुल कर रहने के दौरान श्रमिकों के बीच प्रेम-प्रसंग, अवैध संबंध के मामले भी लगातार सामने आते हैं, लेकिन पिछले कुछ सालों में लिव इन रिलेशनशिप का प्रचलन बहुत तेजी से बढ़ा है।
- सिडकुल से सटे रावली महदूद, ब्रह्मपुरी, रोशनाबाद, आन्नेकी हेतमपुर, औरंगाबाद आदि गांवों में हजारों पुरुष और महिलाएं शादी के बगैर पति-पत्नी के तौर पर रहते आ रहे हैं।
कई मामलों में रंजिश बढ़ने पर नौबत कत्ल तक
कानून के मुताबिक, यह संबंध दोनों पुरुष व महिला की आपसी सहमति पर टिका होता है, इसलिए यह भी कुछ महीने या साल-दो साल बाद अलगाव होने पर दुष्कर्म के मुकदमें दर्ज कराए जाते हैं।
सिडकुल थाने में शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करने के आरोप में दर्ज होने वाले 90 फीसद मुकदमों के पीछे ऐसी ही कहानी निकलकर सामने आती है।
कई मामलों में रंजिश बढ़ने पर नौबत कत्ल तक पहुंच रही है। पिछले तीन सालों में लिव इन, अवैध संबंध में हत्या के छह से ज्यादा केस सामने आ चुके हैं।
पुलिस के लिए चुनौती बनते हैं केस
चूंकि श्रमिक दूसरे प्रदेशों के निवासी होते हैं, कई बार मालिक उनका सत्यापन भी नहीं कराते।
ऐसे में कोई भी वारदात होने पर उन्हें ढूंढना और गुत्थी सुलझाना पुलिस के लिए चुनौती होता है।
साल 2020 में युवक-युवती के लिव इन में रहने के दौरान बिहार के युवक का प्रेम प्रसंग प्रेमिका की सहेली से हो गया।
जिसके बाद दोनों ने मिलकर हत्या की और फरार हो गए। पुलिस को उन्हें गिरफ्तार करने में महीनों तक पसीना बहाना पड़ा।
इसी तरह लाकडाउन के दौरान एक युवक की हत्या कर शव जलाने के बाद बिहार निवासी आरोपित फरार हो गया।
उसे गिरफ्तार करने गई पुलिस टीम कोरोना संक्रमित होकर खाली हाथ लौटी।
साल 2021 में पुलिस ने जबड़े के आधार पर महिला की हत्या की गुत्थी सुलझाई,
उसके पीछे भी लिव इन का मामला निकलकर सामने आया था।
सिडकुल के अलावा रुड़की, भगवानपुर, मंगलौर और झबरेड़ा औद्योगिक क्षेत्र में भी आए दिन ऐसी घटनाएं देखने को मिल रही हैं।